Here's a short blog post highlighting the attractions of Banaras for a tourist, in a desi poetic tune. Hope you enjoy reading. Please do leave comments.
काशी, बनारस, और वाराणसी। तीनों में आपका तहे-दिल से स्वागत है।
जीते जी देख लीजिए ये प्राचीन शहर, मरणोपरांत आने वाली ग़लत tendency है,
पहले सिर्फ़ भोलेनाथ की थी, अब तो बनारस हमारे पीएम की भी constituency है।
देखिए सिर्फ़ sight-seeing करनी हों तो यहाँ दो दिन भी enough है।
लेकिन दो दिनों में बनारस को ढंग से महसूस कर पाना, थोड़ा tough है।
विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती, सारनाथ, यहाँ typically सैलानियों को जाना ही जाना है।
बाक़ी आप काशी के किसी भी मंदिर में घुस जाइए, आपको पुण्य उतना ही कमाना है।
इनके अलावा places-to-visit-in-banaras की लंबी फ़ैरिस्त है जहाँ तमाम जाते हैं,
पर अक़्लमंद हैं जो FOMO को ताख पे रख बनारस की गलियों का लुत्फ़ उठाते हैं।
तो कम से कम एक शाम ऐसी भी रखिए जिसमे ना हो कोई भी एजिंडा,
स्वच्छंद घूमिए गंगा घाटों पर, गलियों में, पीजिए किसी भी टपरी पर चाय, लस्सी या मेरिंडा।
वहीं की चाट खानी है, वहीं का पान ख़ाना है, ये सोच अक्सर जाम में समय ख़राब कराती है।
हो सकता है आपके नज़दीक वाली गुमटी भी उतनी ही अच्छी चाट, उतना ही अच्छा पान खिलाती है।
कार्तिक पूर्णिमा के मौक़े पे आपको देव-दीपावली का एक अलौकिक दृश्य देखने को मिलेगा,
चाँदनी रात में नौका विहार, घाटों पे असंख्य दिये, आपका रोम-रोम खिल उठेगा।
थोड़ी तंग है हमारी सड़कें, भीड़ इतनी की जगह बची नहीं एक रत्ती है।
पर हुजूर आपके लिये सारे रास्ते खुले हैं, यदि आपकी गाड़ी पे लाल बत्ती है।
यहाँ बनती हैं बेमिसाल साड़ियाँ, लकड़ी के खिलौने, और पास के भदोही में rugs भी।
पर जरा संभल के ख़रीदें, बनारस में ही पाये जाते हैं world-renowned thugs भी।
मौक़ा मिले तो एक बार ज़रूर आइये हमारे HolyWeaves स्टूडियो,
आनंद लीजिए हथकरघे की कारीगरी का, बनाइए इंस्टाग्राम पोस्ट, रील या वीडियो।
भुला दे ये वो सारे झमेले, वो कठिनाइयाँ, जिनका आप रोज़ सामना करते हैं,
आपका बनारस भ्रमण अत्यंत सुखदायी रहे, हम हृदय से कामना करते हैं।
If you liked our post, and would like to see more such original content, please do leave a comment before leaving.
Leave a comment
This site is protected by hCaptcha and the hCaptcha Privacy Policy and Terms of Service apply.